RAKHI Saroj

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लेखनी प्रतियोगिता -23-Jun-2023

अंतिम रात


अंतिम वो रात थी जिसका 
जिक्र अब हम करते नहीं है। 
रात के अंधेरों में वह रात अब भी 
मेरी आंखों को नम कर जाती है
अंतिम वो रात थी जिसका 
जिक्र अब हम करते नहीं है। 
जिस रात का नजारा अब भी 
मेरी यादों में खंजर बन कर 
आंसूओं का सेलाव भर जाता है
अंतिम वो रात थी जिसका 
जिक्र अब हम करते नहीं है। 
बिन सिसकियों के बस दिल में
दर्द का एहसास रह जाता है। 
अंतिम वो रात थी जिसका 
जिक्र अब हम करते नहीं है। 
उसके नाम का उस रात अंत 
हम उस पल में करते है। 
अंतिम वो रात थी जिसका 
जिक्र अब हम करते नहीं है। 
         राखी सरोज 

   23
10 Comments

madhura

29-Jun-2023 04:56 PM

nicee

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Gunjan Kamal

24-Jun-2023 12:46 AM

👌👏

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Radhika

23-Jun-2023 06:57 PM

Nice

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